किसान और व्यापारी भाइयो गेहूं के बाजार में फैली अफवाहों के कारण कीमतों में 30 से 40 रुपये की गिरावट आई थी, लेकिन अब बाजार फिर से अपनी वापसी कर रहा है। अफवाहों का असर कम होने से दिल्ली मंडी लॉरेंस रोड पर गेहूं का भाव 20 रुपये की तेजी के साथ 2,870 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। उम्मीद है कि बाकी मंडियों में भी जल्द ही गिरावट रुक जाएगी और बाजार में सुधार देखने को मिलेगा। जैसा कि हमने पहले बताया था, भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने इस साल मिलर्स को लाइसेंस नवीनीकरण के लिए ईमेल भेजे हैं, जो एक सामान्य प्रक्रिया है। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि सरकार तुरंत खुले बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत गेहूं बेचना शुरू कर देगी।

पिछले साल भी यह ईमेल जून में भेजा गया था और टेंडर दिसंबर में शुरू हुए थे। हमारा मानना है कि जब तक दिल्ली में गेहूं का भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर नहीं जाता, तब तक सरकार के OMSS योजना शुरू करने की संभावना न के बराबर है। बीते सप्ताह दिल्ली में कीमतें 65 रुपये तक बढ़ी थीं, लेकिन अफवाहों के कारण 25 रुपये की गिरावट के बाद 2,850 रुपये पर आ गई थीं, और कल इसमें फिर से 20 रुपये की तेजी आई। फिलहाल बाकी बाजार में धीरे धीरे गिरावट रुकेगी और बाद में तेजी आने की उम्मीद है। जुलाई में दिल्ली में गेहूं की आवक पिछले साल के मुकाबले कम थी, जिससे पता चलता है कि बाजार में मांग बनी हुई है। जब तक दिल्ली में गेहूं का भाव 2,800 रुपये से ऊपर है, तब तक बाजार में कोई बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है। आगे आने वाले त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से कीमतों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है, और जल्द ही भाव 2,900 रुपये तक भी पहुंच सकता है।