मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने मंगलवार को मुंबई के बैंड्रा कूड़ा कॉम्प्लेक्स में Tesla के पहले भारतीय एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया। यह कदम Tesla की भारत में आधिकारिक एंट्री का प्रतीक है और भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार के लिए एक ऐतिहासिक पल है। सीएम फडनवीस ने इस अवसर पर कहा, “Tesla ने सही शहर और सही राज्य चुना है। महाराष्ट्र तेजी से इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का केंद्र बन रहा है।”
Tesla की भारत यात्रा: पहला कदम मुंबई से
Tesla ने भारत में अपनी पहली भौतिक उपस्थिति मुंबई से शुरू की है। कंपनी ने शुरुआत में चार सुपरचार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। यह एक्सपीरियंस सेंटर ग्राहकों को Tesla की प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करेगा। फडनवीस ने आशा जताई कि भविष्य में Tesla महाराष्ट्र में स्थानीय उत्पादन भी शुरू करेगी।
कौन सी Tesla कारें आ रही हैं भारत?
Tesla ने भारत में अपनी यात्रा Model Y SUV से शुरू की है। यह कार दो वेरिएंट में उपलब्ध होगी:
-
रियर व्हील ड्राइव (RWD): ₹60 लाख से शुरू
-
लॉन्ग रेंज रियर व्हील ड्राइव: ₹68 लाख
ग्राहक वैकल्पिक रूप से फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) पैकेज ₹6 लाख अतिरिक्त में खरीद सकते हैं। कंपनी ने शंघाई से मुंबई के लिए Model Y की छह यूनिट्स भेजी हैं, जो प्रदर्शन और परीक्षण ड्राइव के लिए उपलब्ध होंगी।
कब तक मिलेगी डिलीवरी?
Tesla ने 1 अगस्त 2025 से भारत में वाहनों की डिलीवरी शुरू करने की योजना बनाई है। हालांकि, Model 3 की बिक्री 2025 के अंत तक शुरू होने की संभावना है, जिसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
क्यों महंगी हैं भारत में Tesla कारें?
भारत में Tesla वाहनों की ऊंची कीमत का मुख्य कारण 70% का आयात शुल्क है। इसके कारण Model Y की कीमत भारत में लगभग ₹60 लाख तक पहुंच जाती है, जो अन्य देशों की तुलना में काफी अधिक है। Tesla के CEO एलन मस्क पहले ही इस उच्च शुल्क पर अपनी चिंता जता चुके हैं।
भारत के लिए Tesla की रणनीति
Tesla ने भारत में कई प्रमुख पदों पर नियुक्तियां की हैं, जो कंपनी की गंभीर योजनाओं का संकेत देता है। कंपनी की वर्तमान रणनीति में शामिल है:
-
इंपोर्ट किए गए वाहनों के माध्यम से बाजार में प्रवेश
-
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
-
ग्राहक अनुभव केंद्रों का विस्तार
-
भविष्य में स्थानीय उत्पादन की संभावना
भारतीय ऑटो बाजार के लिए क्या मायने रखता है Tesla का आगमन?
Tesla का भारत में प्रवेश देश के इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक बड़ा बूस्ट साबित हो सकता है। यह निम्नलिखित तरीकों से भारतीय ऑटो उद्योग को प्रभावित करेगा:
✔ प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहन खंड का विस्तार
✔ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
✔ अन्य वैश्विक EV निर्माताओं के लिए मार्ग प्रशस्त करना
✔ स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा
निष्कर्ष: क्या Tesla भारत में सफल होगी?
जबकि Tesla की उच्च कीमतें भारतीय बाजार के लिए एक चुनौती हैं, लेकिन ब्रांड की वैश्विक प्रतिष्ठा और तकनीकी उत्कृष्टता इसे प्रीमियम खरीदारों के बीच लोकप्रिय बना सकती है। सरकार की नई EV नीति और Tesla की दीर्घकालिक योजनाओं के साथ, भारत जल्द ही वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन नक्शे पर एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकता है।